क्या खबर है play
22-04-2024
गहराता जा रहा है धरती का संकट, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 22-04-202422-03-2024
सही तरीके से दूर हो सकती है पानी की कमी, नवभारत टाइम्स, नई दिल्ली, दिनांक 22-03-202422-03-2024
जल संकट को लेकर चेतने का समय, नवभारत टाइम्स, नई दिल्ली, दिनांक 22-03-202420-03-2024
शहरों में बढ़ा जल संकट, नवभारत टाइम्स, नई दिल्ली, दिनांक 20.03.202414-03-2024
नवप्रयास से गंगाजल तर करेगा सूखे कंठ, नाले के शोधित जल से बनेगी बिजली, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक14-03-2024
जन अभियान परिषद ने केन बेतवा लिंक परियोजना के शुभारंभ पर निकाली कलश यात्रा, दैनिक भास्कर, सतना, दिना13-03-2024
दूषित नहीं होगा भूजल और वायु प्रदूषण भी नहीं फैलेगा, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 13-03-202413-03-2024
प्रयुक्त जल प्रबंधन में देश में सबसे आगे हरियाणा, कर्नाटक व पंजाब - अध्ययन, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, द01-03-2024
तीन डिग्री पारा बढ़ा तो हिमालय के 90% हिस्से में पड़ेगा सुखा, दैनिक जागरण, नई दिल्ली, दिनांक 01-03-202407-02-2024
दिल्ली में भूजल की स्थिति में सुधार, सालाना रीचार्ज प्रतिशत भी बढ़ गया', नवभारत टाइम्स, नई दिल्ली, दिन
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श्री भोपाल सिंह महानिदेशक, रा.ज.वि.अ.
राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना के प्रायद्वीपीय नदी विकास घटक को ठोस आकार देने के लिए प्रायद्वीपीय नदी प्रणाली के जल संसाधनों के ईष्टतम उपयोग के लिए वैज्ञानिक और यथार्थवादी आधार पर जल संतुलन तथा अन्य अध्ययन करने और संभाव्यता रिपोर्टें तैयार करने के लिए सोसाइटी रजिस्ट्रेशन अधिनियम, १८६० के अधीन राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण की स्थापना एक स्वायत्त शासी सोसाइटी के रूप में जुलाई, १९८२ में की गई थी। १९९० में राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य के हिमालय नदी विकास घटक के कार्यों को भी राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण को सौंप दिया गया। हाल ही में, रा.ज.वि.अ. के कार्यों में और आशोधन किए गए हैं और विभिन्न लिंक प्रस्तावों की विस्तृत परियोजना रिपोर्टें तैयार करने का कार्य तथा राज्यों द्वारा यथा प्रस्तावित अंतंर्राज्यीय लिंकों की पूर्वसंभाव्यता रिपोर्टें तथा संभाव्यता रिपोर्टें तैयार करने का कार्य रा.ज.वि.अ. के कार्यों में शामिल किया गया…...और देखें